मेरठ, उत्तर प्रदेश में एक दिल दहलाने वाली ऑनर किलिंग की घटना ने सभी को स्तब्ध कर दिया है। 12वीं कक्षा की छात्रा आस्था उर्फ तनिष्का (17) की उसके परिवार वालों ने ही बेरहमी से हत्या कर दी। पुलिस जांच में सामने आया कि आस्था की मां राकेश देवी ने उसका गला दबाकर जान ली, जबकि ममेरे भाई मंजीत उर्फ मोनू ने धारदार हथियार से उसका सिर काटकर धड़ से अलग किया। शव को परतापुर के बहादरपुर रजबहे में फेंक दिया गया, और सिर को जानी गंगनहर में ठिकाने लगाया गया। यह जघन्य अपराध परिवार की तथाकथित इज्जत को बचाने के लिए किया गया।
क्या हुआ था उस दिन?
5 जून 2025 की दोपहर करीब 1 बजे आस्था अपने दोस्त से मोबाइल पर बात कर रही थी। मां राकेश देवी ने उसका फोन छीन लिया, जिसके बाद दोनों में झगड़ा हो गया। गुस्से में राकेश देवी ने आस्था का गला दबाकर उसकी हत्या कर दी। इसके बाद उसने अपने मायके महरौली से भाइयों को बुलाया। ममेरे भाई मंजीत, दो मामा कमल और समरपाल सिंह, और मौसेरे भाई ने मिलकर शव को ठिकाने लगाने की सजिश रची। उन्होंने आस्था का सिर काटकर धड़ को बहादरपुर रजबहे में और सिर को गंगनहर में फेंक दिया।
पुलिस ने कैसे सुलझाया मामला?
6 जून 2025 की सुबह बहादरपुर रजबहे में आस्था की सिर कटी लाश मिलने से सनसनी फैल गई। ग्रामीणों की सूचना पर पहुंची परतापुर पुलिस ने शव की जांच शुरू की। आस्था की सलवार की जेब में मिले कागज पर लिखे मोबाइल नंबर ने पहचान में मदद की। यह नंबर आस्था के दोस्त का था, जिसने शव की पुष्टि की। पुलिस ने आस्था की मां राकेश देवी, दो नाबालिग भाइयों, ममेरे भाई मंजीत, और मामा कमल व समरपाल को हिरासत में लिया। मंजीत ने पूछताछ में बताया कि सिर गंगनहर में फेंका गया, जिसकी तलाश देर रात तक जारी थी, लेकिन वह नहीं मिला।
ऑनर किलिंग की वजह
पुलिस के अनुसार, आस्था का अपने दोस्त से फोन पर बात करना परिवार को नागवार गुजरा। परिवार ने इसे अपनी इज्जत से जोड़ा और इस जघन्य हत्या को अंजाम दिया। एसएसपी डॉ. विपिन ताडा ने बताया कि यह ऑनर किलिंग का स्पष्ट मामला है। पुलिस ने हत्या में इस्तेमाल स्विफ्ट डिजायर कार बरामद की है और सीसीटीवी फुटेज व कॉल डिटेल रिकॉर्ड (सीडीआर) के आधार पर सबूत जुटा रही है।
हत्या के बाद राकेश देवी ने आस्था के लापता होने का नाटक रचा। उसने ग्रामीणों के साथ मिलकर तलाश का दिखावा किया, लेकिन पुलिस को कोई सूचना नहीं दी। गांव में इस घटना के बाद सन्नाटा पसरा है, और लोग बोलने से कतरा रहे हैं।
पुलिस की आगे की कार्रवाई
पुलिस ने रमेश कुमार के मोबाइल की सीडीआर निकाली है ताकि उनकी लोकेशन और बातचीत की जांच हो सके। मौसेरे भाई गौरव की तलाश भी जारी है, जिससे और खुलासे की उम्मीद है। हिरासत में लिए गए आरोपियों से गहन पूछताछ चल रही है, और हत्या के पीछे अन्य संभावित कारणों की भी जांच हो रही है।
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