अहमदाबाद/अयोध्या: गुजरात के अहमदाबाद में 12 जून 2025 को हुए भीषण एयर इंडिया विमान हादसे ने पूरे देश को झकझोर दिया। इस हादसे में अयोध्या के होनहार मेडिकल छात्र अक्षत जायसवाल गंभीर रूप से घायल हो गए। अक्षत, जो बीजे मेडिकल कॉलेज, अहमदाबाद में एमबीबीएस प्रथम वर्ष के छात्र हैं, हादसे के समय कॉलेज की मेस में अपने साथियों के साथ दोपहर का भोजन कर रहे थे। तभी एयर इंडिया का बोइंग 787-8 ड्रीमलाइनर विमान मेस की इमारत पर आ गिरा।
हादसा गुरुवार दोपहर करीब 1:39 बजे हुआ, जब लंदन के गैटविक हवाई अड्डे के लिए उड़ान भरने वाला एयर इंडिया का विमान AI171 टेकऑफ के कुछ ही सेकंड बाद मेघाणीनगर में बीजे मेडिकल कॉलेज के हॉस्टल और मेस पर क्रैश हो गया। इस हादसे में 241 यात्रियों और चालक दल के सदस्यों सहित कुल 265 लोगों की मौत हो गई। विमान में मौजूद 1,26,907 लीटर ईंधन ने क्रैश के बाद भीषण आग को जन्म दिया, जिससे बचाव कार्य और भी जटिल हो गया।
अक्षत जायसवाल उस समय मेस में भोजन कर रहे थे, जब विमान बिल्डिंग से टकराया। इस टक्कर से मेस की छत ढह गई, और अक्षत को सिर, हाथ और पैर में गंभीर चोटें आईं। वह उन 60 से अधिक मेडिकल छात्रों में शामिल हैं, जो इस हादसे में घायल हुए। बीजे मेडिकल कॉलेज की डीन डॉ. मीनाक्षी पारिख ने बताया कि चार एमबीबीएस छात्रों (दो प्रथम वर्ष और दो द्वितीय वर्ष) और एक डॉक्टर की पत्नी की मृत्यु हुई, जबकि दो अन्य छात्र लापता हैं।
अक्षत की स्थिति और परिवार की प्रतिक्रिया:
अक्षत को तत्काल अहमदाबाद के सिविल अस्पताल में भर्ती कराया गया, जहां उनका इलाज चल रहा है। उनकी स्थिति गंभीर लेकिन स्थिर बताई जा रही है। हादसे की खबर मिलते ही अक्षत के पिता राजेश जायसवाल और अन्य परिजन अहमदाबाद के लिए रवाना हो गए। अयोध्या के देवकाली, भीखापुर क्षेत्र में अक्षत के घर पर सन्नाटा पसर गया। पड़ोसियों ने बताया कि अक्षत एक मेधावी और होनहार छात्र हैं, जिन्होंने कड़ी मेहनत से बीजे मेडिकल कॉलेज में दाखिला लिया था। उन्होंने इस हादसे पर गहरा दुख जताते हुए घायलों के शीघ्र स्वस्थ होने की प्रार्थना की।
हादसे का प्रभाव और बचाव कार्य:
बीजे मेडिकल कॉलेज के हॉस्टल और मेस में उस समय 100 से अधिक छात्र भोजन कर रहे थे। हादसे के बाद मेस में बिखरे हुए खाने की थालियां और गिलास इस भयावह दृश्य की गवाही दे रहे थे। फेडरेशन ऑफ ऑल इंडिया मेडिकल एसोसिएशन (FAIMA) ने बताया कि कम से कम पांच एमबीबीएस छात्र, एक पीजी रेजिडेंट डॉक्टर और एक सुपरस्पेशलिस्ट डॉक्टर की पत्नी की मृत्यु हुई, जबकि 50-60 छात्र घायल हुए। पांच छात्रों की हालत गंभीर है, और कुछ छात्र अभी भी लापता हैं।
राष्ट्रीय आपदा प्रतिक्रिया बल (NDRF) की छह टीमें, अग्निशमन दल और पुलिस ने बचाव कार्य में हिस्सा लिया। कई छात्रों ने दूसरी और तीसरी मंजिल से कूदकर अपनी जान बचाई, जिसके कारण उन्हें फ्रैक्चर और अन्य चोटें आईं। एक मां, रमिला, ने बताया कि उनका बेटा, जो मेस में था, दूसरी मंजिल से कूद गया और मामूली चोटों के साथ बच गया।
जांच और सरकारी प्रतिक्रिया:
विमान दुर्घटना जांच ब्यूरो (AAIB) ने हादसे की जांच शुरू कर दी है। प्रारंभिक रिपोर्ट्स के अनुसार, पायलट कैप्टन सुमीत सभरवाल ने टेकऑफ के तुरंत बाद “मेडे” कॉल जारी की थी, जो एक आपातकालीन संकट संकेत है। विशेषज्ञों का मानना है कि पक्षी टकराने या इंजन फेल्योर के कारण यह हादसा हुआ हो सकता है। एक ब्लैक बॉक्स बरामद कर लिया गया है, जिसके विश्लेषण से हादसे के सटीक कारणों का पता चल सकता है।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शुक्रवार सुबह अहमदाबाद पहुंचकर क्रैश साइट का दौरा किया और सिविल अस्पताल में घायलों से मुलाकात की। उन्होंने ट्वीट कर इस त्रासदी को “दिल दहला देने वाला” बताया और प्रभावितों के लिए हर संभव सहायता का आश्वासन दिया।
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