बाराबंकी जिले के नगर कोतवाली क्षेत्र की एक महिला सुनीता यादव गेमिंग एप के जरिए पैसे कमाने के लालच में साइबर फ्रॉड का शिकार हो गई। साइबर ठगों ने उनसे 4 लाख रुपये ठग लिए। साइबर क्राइम सेल ने त्वरित कार्रवाई करते हुए ठगी की गई रकम में से 1.2 लाख रुपये उनके खाते में वापस कराए।
सुनीता यादव को एक गेमिंग एप के जरिए ऑनलाइन पैसा कमाने का लालच दिया गया। ठगों ने झूठे वादे कर उनके बैंक खाते से 4 लाख रुपये निकाल लिए। फ्रॉड का पता चलने पर सुनीता ने राष्ट्रीय साइबर क्राइम हेल्पलाइन 1930 के माध्यम से शिकायत दर्ज की।
पुलिस अधीक्षक अर्पित विजयवर्गीय के निर्देश और क्षेत्राधिकारी सदर सौरभ श्रीवास्तव के पर्यवेक्षण में साइबर क्राइम सेल ने तुरंत कार्रवाई शुरू की। सेल ने संबंधित बैंक और मर्चेंट से पत्राचार कर ठगों के खातों को होल्ड कराया और 1,20,000 रुपये सुनीता के खाते में वापस कराए। बाकी रकम की रिकवरी के लिए जांच जारी है।
बाराबंकी में साइबर फ्रॉड के अन्य मामले
बाराबंकी में साइबर फ्रॉड की घटनाएं बढ़ रही हैं:
- 20 सितंबर 2024: एक रिटायर्ड कर्नल से शेयर मार्केट निवेश के नाम पर 1.63 करोड़ रुपये की ठगी।
- मई 2025: साइबर ठगों ने एक व्यवसायी से 45 लाख रुपये ठगे, जिसमें फर्जी ट्रेडिंग ऐप का इस्तेमाल हुआ।
इन मामलों में साइबर सेल ने 25% तक रकम वापस कराई, लेकिन मुख्य ठगों की गिरफ्तारी बाकी है।