उत्तर प्रदेश के शामली जिले में दिल्ली-सहारनपुर रेलवे मार्ग पर बलवा गांव के पास 1 जून 2025 की रात एक बड़ा रेल हादसा टल गया। शरारती तत्वों ने रेलवे ट्रैक पर 12 फीट लंबा लोहे का मोटा पाइप रखकर दिल्ली-सहारनपुर एक्सप्रेस (ट्रेन नंबर 64021) को पलटाने की साजिश रची थी। चालक की सूझबूझ और त्वरित कार्रवाई के कारण ट्रेन को कुछ फीट पहले ही रोक लिया गया, जिससे हजारों यात्रियों की जान बच गई। हादसे के दौरान इमरजेंसी ब्रेक लगने से ट्रेन में सवार यात्री सहम गए। ट्रेन करीब एक घंटे तक जंगल में खड़ी रही, जिससे यात्रियों को असुविधा का सामना करना पड़ा।
घटना शनिवार रात करीब 10:30 बजे की है, जब ट्रेन बलवा गांव के अंडरपास के पास पहुंची थी। चालक ने ट्रैक पर पाइप देखकर तुरंत इमरजेंसी ब्रेक लगाए और ट्रेन को रोक दिया। जांच में पता चला कि पाइप पास के नलकूप से उखाड़ा गया था। आशंका है कि यह ट्रेन को पलटाने की साजिश थी, हालांकि पुलिस इसे चोरी का मामला भी मान रही है, जहां चोर पाइप को ट्रैक पर छोड़कर भाग गए हों।
सूचना मिलते ही एसपी रामसेवक गौतम, एएसपी संतोष कुमार सिंह, जीआरपी, और आरपीएफ के अधिकारी मौके पर पहुंचे। रेलवे प्रोटेक्शन फोर्स (RPF) और फॉरेंसिक टीम ने घटनास्थल का जायजा लिया। एसपी ने विशेष कार्य बल (SOG) और डॉग स्क्वायड को जांच के लिए तैनात किया है। जीआरपी थाना प्रभारी चांद वीर सिंह ने बताया कि चालक की सतर्कता के कारण बड़ा हादसा टल गया। अगर पाइप पर चालक की नजर नहीं पड़ती, तो भयानक दुर्घटना हो सकती थी।
पुलिस और रेलवे अधिकारी इस मामले की गहन जांच कर रहे हैं। एसपी रामसेवक गौतम ने कहा कि यह स्पष्ट नहीं है कि यह साजिश थी या चोरी के बाद पाइप ट्रैक पर छोड़ा गया। जांच के बाद ही पूरी स्थिति स्पष्ट होगी। रेलवे और पुलिस ने संयुक्त रूप से ट्रैक की सुरक्षा बढ़ाने और दोषियों को पकड़ने के लिए तलाशी अभियान शुरू कर दिया है।