मुरादाबाद: उत्तर प्रदेश की एंटी-टेररिस्ट स्क्वॉड (ATS) ने मुरादाबाद से पाकिस्तान की खुफिया एजेंसी ISI के लिए जासूसी करने वाले शहजाद को गिरफ्तार कर एक बड़े आतंकी हमले की साजिश को नाकाम कर दिया। जांच में पता चला कि शहजाद रामपुर के कई युवकों को तस्करी की आड़ में पाकिस्तान भेज चुका था, जिनके वीजा की व्यवस्था दिल्ली स्थित पाकिस्तानी हाई कमीशन के कर्मचारी दानिश ने ISI के इशारे पर की थी। शहजाद को 31 मई तक न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया है।
सोमवार को खुफिया सूचनाओं के आधार पर ATS ने शहजाद, जो रामपुर के टांडा के आजाद नगर का निवासी है, को मुरादाबाद से गिरफ्तार किया। वह कॉस्मेटिक्स, कृत्रिम आभूषण, और महिलाओं के कपड़ों की तस्करी के बहाने ISI के साथ मिलकर संवेदनशील जानकारी साझा कर रहा था। जांच से पता चला कि शहजाद ने तस्करी के दौरान ISI एजेंट्स से संपर्क स्थापित किया और व्हाट्सएप के जरिए गोपनीय सूचनाएं भेजीं, जिनका उपयोग आतंकी हमलों की साजिश में हो सकता था।
ATS को शक है कि शहजाद ने रामपुर और उत्तर प्रदेश के अन्य हिस्सों से कई युवकों को तस्करी के बहाने पाकिस्तान भेजा, जहाँ ISI ने उन्हें जासूसी के लिए भर्ती किया। इन युवकों के वीजा और यात्रा की व्यवस्था ISI एजेंट्स और दानिश (पाकिस्तानी हाई कमीशन कर्मचारी, जिसे भारत ने 13 मई को निष्कासित किया) ने की थी। दानिश ने हरियाणा की यूट्यूबर ज्योति मल्होत्रा को भी 2023 में पाकिस्तान भेजने में मदद की थी, जिसे जासूसी के आरोप में पहले ही गिरफ्तार किया जा चुका है।
जांच में खुलासा हुआ कि शहजाद ने ISI एजेंट्स को भारतीय सिम कार्ड उपलब्ध कराए और पाकिस्तानी हैंडलर्स से मिलने वाली रकम को भारत में जासूसी, अलगाववादी, और विध्वंसकारी गतिविधियों के लिए वितरित किया। ATS अब उसके मोबाइल की फॉरेंसिक जांच कर रही है ताकि वित्तीय लेन-देन और अन्य एजेंट्स का पता लगाया जा सके। शहजाद को रिमांड पर लेकर बाकी संदिग्धों और ISI नेटवर्क के बारे में पूछताछ की जाएगी।
शहजाद की पत्नी रजिया ने दावा किया कि वह कारोबारी उद्देश्यों से पाकिस्तान गया था और कपड़े आयात करता था, लेकिन ATS ने इसे जासूसी का हिस्सा बताया। यह गिरफ्तारी पहलगाम हमले (22 अप्रैल, 2025) के बाद भारत-पाक तनाव के बीच ISI नेटवर्क के खिलाफ देशव्यापी कार्रवाई का हिस्सा है।