फतेहपुर: स्वाट/सर्विलांस और फतेहपुर थाना पुलिस की संयुक्त टीम ने अपहरण और फिरौती के मामले में त्वरित कार्रवाई करते हुए एक युवक को सकुशल बरामद कर लिया और दो आरोपियों को गिरफ्तार किया। पुलिस ने आरोपियों के कब्जे से एक तमंचा, कारतूस, चाकू, रस्सी, तीन मोबाइल फोन, और एक मोटरसाइकिल बरामद की। गिरफ्तार अभियुक्त पीड़ित से पहले से परिचित थे और अपहरण की साजिश रची थी।
सोमवार को फतेहपुर थाना क्षेत्र के अल्लापुर रानीमऊ निवासी रामदास गौतम ने पुलिस को सूचना दी कि उनके बेटे रवि कुमार गौतम को रविवार रात बंधक बनाकर अपहरण कर लिया गया। इस सूचना पर फतेहपुर थाने में मुकदमा दर्ज किया गया।
पुलिस अधीक्षक अर्पित विजयवर्गीय ने अपहृत युवक की सुरक्षित बरामदगी और अभियुक्तों की गिरफ्तारी के लिए स्वाट/सर्विलांस और थाना पुलिस की संयुक्त टीम गठित की। मंगलवार को इस टीम ने जरखा नहर पुल के पास से रवि को सकुशल बरामद किया और दो अभियुक्तों—उन्नाव के औरास थाना क्षेत्र के बिसवल निवासी सुभाष कुमार (पुत्र रामबाबू) और फतेहपुर के मिरदहनपुरवा गांव के विकास (पुत्र राजेश कुमार)—को गिरफ्तार किया।
पूछताछ में पता चला कि रवि अपने गाँव के बहादुर कश्यप से काम दिलाने की बात करता रहता था। बहादुर और सुभाष पहले शिमला (हिमाचल प्रदेश) में एक साथ काम कर चुके थे और परिचित थे। बहादुर के कहने पर सुभाष ने रवि को लखनऊ में काम दिलाने का लालच देकर बुलाया और अपने साथी विकास के साथ मिलकर उसे बंधक बनाकर अपहरण कर लिया। अभियुक्तों ने रवि के भाई और पिता से फोन पर 10 लाख रुपये की फिरौती मांगी थी। बरामद मोटरसाइकिल उधार खरीदी गई थी, और अभियुक्तों ने फिरौती की रकम से उधारी चुकाने और अपनी शौक पूरे करने की योजना बनाई थी।