उत्तर प्रदेश के बहराइच जिले में 1 जून 2025 को एक दिल दहला देने वाला हादसा हुआ, जिसमें रेलवे क्रॉसिंग 41C के पास ट्रेन की चपेट में आने से मां रोशनी गुप्ता (25) और उनके 5 साल के बेटे दिव्यांश की मौके पर ही मौत हो गई।
यह दर्दनाक घटना बहराइच-गोंडा रेल खंड पर बक्शीपुरा चांदमारी क्षेत्र में हुई। पुलिस के अनुसार, रोशनी अपने बेटे के साथ बाजार से लौटते समय रेलवे ट्रैक पार कर रही थीं। तभी दिव्यांश उनका हाथ छुड़ाकर दूसरी पटरी की ओर भागा, जहां से तेज रफ्तार ट्रेन आ रही थी। बेटे को बचाने के लिए रोशनी उसके पीछे दौड़ीं, लेकिन दोनों ट्रेन की चपेट में आ गए, जिससे उनकी मौके पर ही मौत हो गई।
सूचना मिलते ही रेलवे पुलिस (GRP) और उत्तर प्रदेश पुलिस मौके पर पहुंची। क्षेत्राधिकारी (सीओ) पहुप सिंह ने बताया कि शवों को पोस्टमॉर्टम के लिए भेज दिया गया है और मामले की जांच शुरू कर दी गई है। प्रारंभिक जांच में सामने आया कि यह रास्ता असुरक्षित था, क्योंकि रेलवे क्रॉसिंग को पहले बंद कर दिया गया था और वैकल्पिक मार्ग के रूप में कोई अंडरपास या ओवरब्रिज उपलब्ध नहीं है।
स्थानीय समाजसेवी अरुण कुमार मिश्र और अन्य निवासियों ने बताया कि बक्शीपुरा और आसपास के क्षेत्रों में 30-35 हजार लोग रहते हैं, जो इस रेलवे लाइन के उस पार बस्तियों में बसे हैं। रेलवे क्रॉसिंग बंद होने के बाद लोग मजबूरी में जान जोखिम में डालकर पटरी पार करते हैं। तीन साल पहले रेलवे ने फ्लाईओवर निर्माण के नाम पर क्रॉसिंग बंद कर दी थी, लेकिन अभी तक कोई वैकल्पिक मार्ग या अंडरपास नहीं बनाया गया है। एक अन्य रास्ते में जलभराव के कारण लोगों को 3 किलोमीटर अतिरिक्त पैदल चलना पड़ता है। स्थानीय लोगों ने चेतावनी दी है कि यदि जल्द ही अंडरपास या फ्लाईओवर का निर्माण नहीं हुआ, तो वे आंदोलन करेंगे।
इस संबंध में सांसदों, पूर्व सांसदों, विधायकों और एमएलसी ने रेल मंत्री व रेलवे अधिकारियों को कई बार पत्र लिखकर अंडरपास निर्माण की मांग की है, लेकिन अभी तक कोई कार्रवाई नहीं हुई। पुलिस और रेलवे प्रशासन ने संयुक्त रूप से जांच शुरू की है और रेलवे से इस मामले में जवाब तलब किया गया है।
Leave a Reply Cancel reply