उत्तर प्रदेश के रायबरेली में 1 जून 2025 को गोरखपुर से प्रयागराज जा रही वंदे भारत एक्सप्रेस (ट्रेन नंबर 22549) पर अराजक तत्वों ने पथराव किया। यह घटना रविवार सुबह करीब 11:45 बजे ऊंचाहार कोतवाली क्षेत्र में हुई, जिसमें ट्रेन के सी-1 कोच का शीशा टूट गया। एक पत्थर शीशे को तोड़कर कोच के अंदर गिरा, जिससे यात्रियों में दहशत फैल गई। गनीमत रही कि कोई यात्री गंभीर रूप से घायल नहीं हुआ, हालांकि दो बच्चों को हल्की चोटें आईं।
प्रयागराज पहुंचने पर रेलवे सुरक्षा बल (RPF) इंस्पेक्टर आर.बी. सिंह और सब-इंस्पेक्टर संदीप यादव ने प्रभावित कोच का निरीक्षण किया। आरपीएफ ने रेलवे अधिनियम 1989 की धारा 153 के तहत अज्ञात अराजक तत्वों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर जांच शुरू कर दी है। घटना की सूचना मिलते ही लखनऊ मंडल के रेलवे कंट्रोल रूम को अलर्ट किया गया। आरपीएफ और जीआरपी की संयुक्त टीमों ने रायबरेली में घटनास्थल पर तलाशी अभियान चलाया, लेकिन हमलावर फरार हो चुके थे।
ट्रेन में सफर कर रही यात्री शैलजा ने बताया कि वह अपने बच्चों के साथ सीट नंबर 25, 26 और 27 पर बैठी थीं। अचानक तेज आवाज के साथ एक पत्थर शीशा तोड़कर कोच में आ गिरा, जिससे उनके बच्चों को हल्की चोटें आईं। यात्रियों ने घटना का वीडियो बनाकर सोशल मीडिया पर वायरल कर दिया, जिसके बाद रेलवे प्रशासन में हड़कंप मच गया। रेलवे अधिकारियों ने बताया कि ट्रेन में लगे सीसीटीवी फुटेज की जांच की जा रही है ताकि दोषियों की पहचान हो सके। आरपीएफ ने आश्वासन दिया है कि दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी।
रेलवे अधिनियम की धारा 153 के तहत पथराव जैसे कृत्य को गंभीर अपराध माना जाता है, जिसमें 5 साल तक की सजा का प्रावधान है। रेलवे ने लोगों से राष्ट्रीय संपत्ति की रक्षा करने और ऐसी असामाजिक गतिविधियों से बचने की अपील की है।
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