हराइच जिले में शुक्रवार रात (23 मई 2025) भारत-नेपाल सीमा के मोतीपुर क्षेत्र में सशस्त्र सीमा बल (एसएसबी) ने एक संदिग्ध युवक को हिरासत में लिया। पूछताछ के दौरान संदिग्ध ने पाकिस्तान का नाम लिया, जिससे सुरक्षा एजेंसियों में किसी बड़ी साजिश की आशंका बढ़ गई है। संदिग्ध की भाषा स्थानीय निवासियों से भिन्न और असामान्य थी, जिसके चलते एसएसबी को उस पर शक हुआ।
मोतीपुर क्षेत्र में भारत-नेपाल सीमा पर एसएसबी की 42वीं बटालियन के जवान गश्त कर रहे थे, तभी उन्होंने एक युवक को संदिग्ध रूप से घूमते देखा। जवानों ने उसे रोककर उसका पता और सीमा पर टहलने का कारण पूछा। संदिग्ध द्वारा दी गई जानकारी और उसकी भाषा को समझ पाना मुश्किल था, जिससे शक गहरा गया। प्रारंभिक पूछताछ में उसने पाकिस्तान से संबंध होने की बात कही, जिसके बाद उसे तत्काल हिरासत में ले लिया गया। उसकी हालत को देखते हुए एसएसबी ने उसे सुजौली पुलिस को सौंप दिया, और पुलिस ने उसे मेडिकल जांच के लिए बहराइच मेडिकल कॉलेज में भर्ती कराया।
सुरक्षा एजेंसियां संदिग्ध से गहन पूछताछ कर रही हैं ताकि उसके इरादों और संभावित साजिश का पता लगाया जा सके। प्रारंभिक जांच में उसे घुसपैठिया होने की आशंका जताई जा रही है, हालांकि उसकी पहचान और मकसद अभी स्पष्ट नहीं हुए हैं।
सीमा पर बढ़ाई गई चौकसी
‘ऑपरेशन सिंदूर’ के बाद भारत-पाकिस्तान तनाव और हाल के पहलगाम आतंकी हमले (22 अप्रैल 2025) के मद्देनजर सुरक्षा एजेंसियां हाई अलर्ट पर हैं। खुफिया इनपुट्स के अनुसार, पाकिस्तान और बांग्लादेश के करीब 37 संदिग्ध नेपाल के रास्ते भारत में घुसपैठ की फिराक में हैं, ताकि लखनऊ, वाराणसी और अयोध्या जैसे शहरों में आतंकी घटनाओं को अंजाम दिया जा सके।
इसके चलते भारत-नेपाल सीमा पर सुरक्षा व्यवस्था को और सख्त कर दिया गया है। बहराइच, श्रावस्ती, बलरामपुर और महराजगंज जैसे सीमावर्ती जिलों में 1,500 अतिरिक्त एसएसबी जवान और 200 पुलिसकर्मियों की तैनाती की गई है। ये जवान लगातार गश्त कर रहे हैं और जंगली इलाकों में विशेष निगरानी रखी जा रही है। नेपाल के सशस्त्र पुलिस बल (APF) ने भी सीमा पर अपनी चौकसी बढ़ा दी है ताकि घुसपैठ को रोका जा सके।
भारत-नेपाल सीमा और घुसपैठ की आशंका
भारत-नेपाल की 1,751 किलोमीटर लंबी खुली सीमा घुसपैठ के लिए संवेदनशील मानी जाती है। हाल ही में 8 मई 2025 को बिहार के पूर्वी चंपारण जिले के रक्सौल बॉर्डर पर चार चीनी नागरिकों और दो नेपाली महिलाओं को अवैध रूप से भारत में प्रवेश करने की कोशिश करते हुए पकड़ा गया था।
ये घटना भी ‘ऑपरेशन सिंदूर’ के बाद हुई थी, जिसने भारत-पाकिस्तान तनाव को बढ़ाया। खुफिया एजेंसियों ने चेतावनी दी है कि पाकिस्तान समर्थित आतंकी संगठन, जैसे लश्कर-ए-तैयबा (LeT) और द रेसिस्टेंस फ्रंट (TRF), नेपाल के रास्ते भारत में आतंकी गतिविधियों को अंजाम देने की योजना बना रहे हैं।