लखनऊ-बरेली राष्ट्रीय राजमार्ग पर रोजा थाना क्षेत्र के जमुका में 9 जून 2025 की सुबह करीब 6 बजे एक होंडा सिटी कार खड़े ट्रक से टकरा गई। इस भीषण हादसे में गोरखपुर के कारोबारी शिवम पांडेय (37), उनके दो वर्षीय बेटे माधवन, और उनकी बहन श्वेता द्विवेदी (41) की मौत हो गई। तीन अन्य लोग गंभीर रूप से घायल हुए। हादसे के बाद स्थानीय लोगों ने मदद से इनकार कर दिया, और एक युवक ने घायलों को अस्पताल का रास्ता बताने के लिए 500 रुपये लिए।
हादसे में शिवम, माधवन, और श्वेता की मौके पर ही मौत हो गई। शिवम की पत्नी शालिनी कोमा में हैं और शाहजहांपुर के राजकीय मेडिकल कॉलेज के आईसीयू में भर्ती हैं। श्वेता के बेटे शिवांश को गंभीर चोटें आईं, और उसे लखनऊ रेफर किया गया है। श्वेता के पति डॉ. नीरज द्विवेदी लखनऊ में डिप्टी सीएमओ हैं। शिवम के रिश्तेदार अमृतेश ने बताया कि हादसे के बाद कोई भी मदद के लिए आगे नहीं आया। उन्होंने सरिया से कार की खिड़की तोड़कर घायलों को निकाला और अपनी गाड़ी से अस्पताल पहुंचाया। रास्ता पूछने पर लोग टालमटोल करते रहे, और एक युवक ने 500 रुपये लेकर रास्ता बताया।
चालक और हादसे का कारण:
कार चालक अंगद ने बताया कि कार की गति 60-70 किमी/घंटा थी। वह हादसे का सटीक कारण नहीं बता सका और भावुक होकर कहता रहा कि शिवम उसके लिए परिवार जैसे थे। पुलिस का अनुमान है कि चालक को नींद की झपकी आ गई होगी, जिससे हादसा हुआ।
शिवम पांडेय गोरखपुर के जाने-माने कारोबारी थे, जिनकी फैक्टरी और कई व्यवसाय थे। वे रविवार रात 9 बजे गोरखपुर से नैनीताल के लिए रवाना हुए थे। हादसे से महज 10 मिनट पहले उन्होंने उचौलिया में चाय पी थी। रोजा थाना पुलिस ने ट्रक को कब्जे में लेकर चालक के खिलाफ मामला दर्ज किया है। सीसीटीवी फुटेज और प्रत्यक्षदर्शियों के बयान एकत्र किए जा रहे हैं। शवों का पोस्टमार्टम कर परिजनों को सौंप दिया गया है।
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