हरदोई जिले के शाहाबाद कोतवाली क्षेत्र में एक भीषण सड़क हादसे ने सभी को झकझोर कर रख दिया। शादी समारोह से लौट रही एक कार मझिला थाना क्षेत्र के भुप्पा पुरवा मोड़ के पास अनियंत्रित होकर खाई में पलट गई, जिसमें छह लोगों की जान चली गई और पांच अन्य गंभीर रूप से घायल हो गए।
यह हादसा शनिवार तड़के करीब तीन बजे आलमनगर मार्ग पर हुआ, जब पाली थाना क्षेत्र के पटियानीम गांव के लोग कुसुमा गांव से बरात में शामिल होकर वापस लौट रहे थे। कार में 11 लोग सवार थे, और तेज रफ्तार के कारण यह तीखे मोड़ पर नियंत्रण खो बैठी।
हादसा इतना भयावह था कि दो सगे भाई जितेंद्र (35 वर्ष) और आकाश (22 वर्ष), उनके पांच वर्षीय बेटे सिद्धार्थ, ड्राइवर रामू (25 वर्ष), जौहरी (40 वर्ष), और उदयवीर (18 वर्ष) की मौके पर ही मौत हो गई। एक अन्य घायल ने शाहाबाद सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में इलाज के दौरान दम तोड़ दिया। घायलों में नरेंद्र (18 वर्ष), रंजीत (18 वर्ष), अमन (21 वर्ष), परविंद (18 वर्ष), नीरज (17 वर्ष), और अनिल (24 वर्ष, सकरौली निवासी और नीरज का रिश्तेदार) शामिल हैं। सभी घायलों को प्राथमिक उपचार के बाद जिला अस्पताल रेफर किया गया, जहां उनकी हालत नाजुक बनी हुई है।
सूचना मिलते ही शाहाबाद और मझिला थाना पुलिस मौके पर पहुंची और स्थानीय लोगों की मदद से कार का शीशा तोड़कर फंसे हुए लोगों को निकाला। शवों को पोस्टमॉर्टम के लिए भेजा गया, और पुलिस ने मामले की जांच शुरू कर दी। शाहाबाद के सर्कल ऑफिसर अनुज कुमार मिश्रा ने बताया कि तेज रफ्तार और सड़क पर स्ट्रीटलाइट की कमी हादसे की मुख्य वजह रही। पुलिस ड्राइवर की थकान, शराब, या वाहन में यांत्रिक खराबी की संभावनाओं की भी जांच कर रही है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने हादसे पर दुख जताया और अधिकारियों को घायलों के इलाज और पीड़ित परिवारों की सहायता के निर्देश दिए।
हरदोई में सड़क हादसे कोई नई बात नहीं हैं। मई 2025 में कासिमपुर में ऑटो-डंपर टक्कर और संडीला-बांगरमऊ मार्ग पर ट्रक-ऑटो भिड़ंत में छह-छह लोगों की जान गई थी। नवंबर 2024 में मल्लावां में बरातियों की बोलेरो और मिनी बस की टक्कर में पांच लोग मारे गए थे। ये घटनाएं जिले में खराब सड़कें, अपर्याप्त रोशनी, और लापरवाह ड्राइविंग की समस्या को उजागर करती हैं।